संवाददाता एस.के.वर्मा
खगड़िया/अरुणोदय सांस्कृतिक मंच के तत्वावधान में स्थानीय रेड क्रॉस सभागार में आगामी 01अप्रैल 2025 को विश्व मूर्ख दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। आहूत बैठक की अध्यक्षता फ़रकिया स्टेट महामूर्ख सम्मेलन के संस्थापक एवं वरिष्ठ पत्रकार अरुण वर्मा ने की। वरिष्ठ साहित्यकार व पत्रकार डॉ.अरविन्द वर्मा ने कहा हर वर्ष पूरे विश्व में 01अप्रैल को हर देश में “अप्रैल फूल्स डे” मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1381 ई० में हुई थी। उस दौर में राजा रिचार्ड जीती और बोहेमिया की रानी एनी ने एक अजीब घोषणा करवाई। उन्होंने कहा कि वो दोनों 32 मार्च को सगाई करेंगे। तब लोग पहले तो खुश हुए लेकिन बाद में समझ गए कि 32 तारीख तो आती ही नहीं है, यानि उन्हें मूर्ख बनाया जा रहा है। आगे डॉ .वर्मा ने कहा अप्रैल फूल्स डे यानि विश्व मूर्ख दिवस को हंसने और हंसाने का दिन है। अलग-अलग देशों में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ मजाक करते हैं या मूर्ख बनते हैं। एक से एक तरीके का प्रयोग किया जाता है। डॉ.वर्मा ने फ़रकिया वासियों से अपील किया कि आगामी 01अप्रैल को रेड क्रॉस सभागार पहुंच कर दुनिया के मूर्खों एक हो के बारे को बुलंद करें और इतिहास में अपना-अपना नाम दर्ज कराएं। इसमें साहित्यकार, पत्रकार, कवि, अधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों, वकीलों, कवयित्रियों, समाज सेवियों और राजनीतिक दलों के सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है। जो व्यक्ति अपनी प्रस्तुति, भाव भंगिमा, एक्टिंग, आदि से लोगों को सबसे ज़्यादा हंसाएंगे उन्हें “राष्ट्रीय मूर्ख पदक” से सम्मानित किया जाएगा। बैठक में ली गई निर्णयानुसार सुरेश पोद्दार कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष होंगे। उपस्थित लोगों में प्रमुख थे उमेश ठाकुर, मधुबाला, गुड्डू ठाकुर, राज प्रिय रंजन तथा रामाशीष झा आदि।